समय बीतने के साथ-साथ इंटरनेट एक आवश्यकता से बढ़कर एक जरूरत बन चुका है। नितदिन नए-नए एप्लीकेशन्स ने इंटरनेट से लगभग सभी को परिचित करा दिया है। वैसे इंटरनेट रूपी इस पुस्तकालय में मौजूद लाखों पुस्तक रूपी वेबसाइट्स को खोजने में जिस लाइब्रेरियन ने हमारी सबसे ज्यादा सहायता की है, वह है गूगल गुरू। गुरू इसलिये क्योंकि जिस प्रकार से हमारे गुरू हमारी सभी समस्याओं को दूर करते हुए मार्ग दर्शन करते हैं उसी प्रकार से गूगल भी इंटरनेट की हमारी सभी समस्याओं को दूर करते हुए हमें उपयुक्त साइट तक पहुँचाता है।
लेकिन ऐसा नहीं है कि गूगल मात्रा एक सर्च इंजिन तक ही सीमित है। यह एक सर्च इंजिन से बढ़कर है, जो न केवल आपको सारी दुनिया की साइट्स को खोजने का मौका प्रदान करता है बल्कि इसकी सहायता से आप अपने दोस्तों के साथ चैट कर सकते हैं, पफोटो, वीडियो, डाॅक्यूमेंट्स आदि का आदान प्रदान कर सकते हैं, किसी एक भाषा में दिये गये टैक्स्ट, डाॅक्यूमेंट या वेबपेज का अनुवाद दूसरी भाषा में कर सकते हैं, नए दोस्तों से जुड़ सकते हैं आदि।
योगेश पटेल का जन्म सन् 1986 में मध्य प्रदेश के सतना जिले में हुआ था। केन्द्रीय विद्यालय, सतना और उत्कृष्ट विद्यालय, सतना से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने यूनिक कम्प्यूटर काॅलेज, रीवा से बीसीए की शिक्षा पूरी की, जिसके बाद 1 वर्ष तक एक स्थानीय कम्प्यूटर संस्थान में अध्यापन कार्य भी किया।
अध्यापन के दौरान ही उनकी रूचि तकनीकी लेखन की ओर बढ़ी और उन्होंने तकनीकी विभिन्न विषयों पर लिखना आरम्भ किया। योगेश अब तक कई कम्प्यूटर पुस्तकों का अनुवाद भी कर चुके हैं और यह संख्या निरंतर जारी है।
2009 में वे प्रकाशन के साथ जुड़े और तब से अब तक वे प्रकाशन के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनकी लिखी हुई पिछली दो पुस्तकों ‘सी लैंग्वेज प्रोग्रामिंग’ और ‘सोशल मीडिया’ को लोगों ने सराहा और इसी प्रशंसा की उम्मीद के साथ वे ‘गूगल’ के साथ आपके समक्ष उपस्थित हैं।