पत्रकारिता-में-अपना-कैरियर-बनाइए
अखबारी पत्रकारिता यानी प्रिंट मीडिया पर अनेक पुस्तकें बाजार में मौजूद हैं। यह पुस्तक उन सभी से इस मायने में अलग है कि इसमें सिद्वांत पर कम और व्यवहार पर ज्यादा जोर दिया गया है। सिद्वांत बहुत जरूरी होते हैं, मगर जब वे व्यवहार में आते हैं तो बहुत सी चीजें बदल जाती हैं। आजकल अखबारों में किस तरह से काम होता है, उसकी काफी कुछ इलक आप इस पुस्तक में पा सकते हैं।
आज संपादन और रिपोर्टिंग के साथ ही पेज का निर्माण भी प्रिंट मीडिया का महत्त्वपूर्ण पक्ष हो गया है। अनेक अखबारों में पत्रकार ही पेज का निर्माण कर रहे हैं। पेज निर्माण किसी पत्रकार की बेहद महत्त्वपूर्ण और अतिरिक्त योग्यता बन गई है। इसीलिए इस पुस्तक में संपादन और रिपोर्टिंग के साथ पेज निर्माण पर भी विशेष सामग्री दी गई है।
पुस्तक की भाषा बेहद सरल रखी गई है और पुस्तक लिखते वक्त पत्रकारिता के निचले पायदान यानी पहली सीढ़ी चढ़ने के इच्छुक युवाओं का ध्यान रखा गया है। यथासंभव चित्रों के जरिये भी विषय को समझाने का प्रयत्न किया गया है। मुझे विश्वास है कि यह पुस्तक उन सभी युवाओं के लिए उपयोगी साबित होगी जो या तो स्नातक के बाद पत्रकार बनना चाहते हैं या जो पत्रकार बनने के लिए किसी संस्थान में प्रशिक्षण ले रहे हैं। पुस्तक उनके भी बहुत काम आयेगी जो पत्रकारिता में पांच-छह साल पहले आए हैं। पुराने पत्रकार भी पुस्तक के जरिये कुछ भुला हुआ याद कर सकते हैं।
हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में करीब 25 वर्षों से सक्रिय। ‘अमर उजाला’ और ‘हिन्दुस्तान’ जैसे दैनिक समाचार पत्रों में काम करने का 20 वर्षीय का अनुभव। अखबारी पत्रकारिता के तीनों पक्षों यानी रिपोर्टिंग, संपादन और पेज निर्माण में दक्ष। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अनेक लघुकथाएं, कहानियां और कविताएं प्रकाशित। कई लघुकथाएं विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अलग-अलग विषयों पर अनेक लेख प्रकाशित। लघुकथाओं के एक संग्रह का शीघ्र प्रकाशन।
जन्म स्थान- बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश। वर्तमान निवास: मेरठ, उत्तर प्रदेश।
संप्रतिः स्वतंत्र पत्रकारिता और लेखन।
संपर्क: 41/1, शास्त्रीनगर, मेरठ-250005, फोन नं.: 9837890600
ईमेल: संअचेपदहंडेपदह/हउंपसण्बवउ